इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार
- डायल-अप कनेक्शन: इसमें एक फोन लाइन का उपयोग करके इंटरनेट कनेक्शन बनाया जाता है। यह कनेक्शन समय अवधि के अनुसार शुल्क लेता है।
- ब्रॉडबैंड कनेक्शन: इसमें एक विशेष लाइन के द्वारा इंटरनेट कनेक्शन बनाया जाता है। इसके लिए कई प्रकार के ब्रॉडबैंड कनेक्शन होते हैं जैसे DSL, केबल इंटरनेट और फाइबर ऑप्टिक कनेक्शन।
- वाई-फाई कनेक्शन: यह कनेक्शन बिना किसी तार के होता है और इसमें रूटर का उपयोग किया जाता है। इसके लिए एक वाई-फाई सिग्नल होना आवश्यक होता है जो इंटरनेट सेवा प्रदाता के रूप में काम करता है।
- सैटेलाइट कनेक्शन: इसमें उपग्रहों के द्वारा इंटरनेट कनेक्शन बनाया जाता है। यह कनेक्शन दूरस्थ स्थानों में उपलब्ध होता है जहां दूसरे कनेक्शन के विकल्प नहीं होते हैं।
- मोबाइल इंटरनेट कनेक्शन: इसमें मोबाइल फोन नेटवर्क का उपयोग करके इंटरनेट कनेक्शन बनाया जाता है। इसके लिए एक मोबाइल इंटरनेट पैक लेना पड़ता है।
- वाईमैक्स कनेक्शन: यह एक ब्रॉडबैंड कनेक्शन होता है जो वाईमैक्स टेक्नोलॉजी का उपयोग करता है। इसमें तार या फाइबर ऑप्टिक का उपयोग किया जाता है।
- लीन कनेक्शन: इसमें एक टेलीफोन लाइन का उपयोग करके इंटरनेट कनेक्शन बनाया जाता है। यह कनेक्शन समय अवधि के अनुसार शुल्क लेता है।
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पीएनएस कनेक्शन: यह एक ब्रॉडबैंड कनेक्शन होता है जो पब्लिक सेवा नेटवर्क का उपयोग करता है। यह लोगों को आसानी से इंटरनेट तक पहुंच देता है।
- इन सभी कनेक्शन का उपयोग आपके उद्देश्यों और स्थान के आधार पर किया जाता है।