सोयाबीन के फायदे और नुकसान-How to Use Soya bean in Hindi

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सोयाबीन एक फलीय मेवा है जो आमतौर पर दक्षिण एशिया में पाई जाती है। यह खाद्य वस्तु और प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है और विभिन्न भोजनों में उपयोग किया जाता है। सोयाबीन में फाइबर, विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।

सोयाबीन के फायदे और नुकसान कुछ इस प्रकार हैं:

फायदे:

  1. सोयाबीन एक उत्तम वेजिटेरियन प्रोटीन स्रोत होता है।
  2. इसमें शामिल विटामिन्स, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स और फाइटोचेमिकल्स हमारे शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।
  3. सोयाबीन में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो हृदय रोगों और मधुमेह जैसी बीमारियों को कम करने में मदद करता है।
  4. सोयाबीन खाने से बालों, त्वचा और नाखूनों की सेहत में सुधार होता है।
  5. सोयाबीन के नाखुनों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

नुकसान:

  1. सोयाबीन खाने से कुछ लोगों को एलर्जी हो सकती है।
  2. सोयाबीन में पेशी संकुचन या थायरॉइड समस्याओं का कारण बन सकता है।
  3. सोयाबीन खाने से कुछ लोगों को गैस, एसिडिटी और बदहजमी की समस्या हो सकती ह

 

    • सोयाबीन में एस्ट्रोजन की मात्रा होती है जो लिंग की समस्याओं को बढ़ा सकती है। इसलिए इसे मात्रा में सेवन करना बेहतर होता है।
    • सोयाबीन में प्रोटीन बहुत होता है इसलिए ज्यादा मात्रा में सेवन करने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है जिससे पेट में गैस, अपच, अस्थमा और खांसी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
    • अधिक मात्रा में सोयाबीन का सेवन करने से कुछ लोगों को थायराइड ग्रंथि की समस्या हो सकती है।

ध्यान रखें कि ये फायदे और नुकसान व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकते हैं। सोयाबीन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें

अपनी सेहत की स्थिति के आधार पर सोयाबीन की मात्रा का निर्धारण करें और उसका सेवन करें। इसके अलावा, सोयाबीन को ध्यान से पकाकर खाएं ताकि उसमें मौजूद एक आवश्यक इनग्रीडिएंट जैसे अंटी-न्यूट्रिएंट्स का प्रभाव कम हो सके। अंततः, सोयाबीन खाने से पहले इसके फायदों और नुकसान को समझना बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि आप इसका सही इस्तेमाल कर सकें।

पोषक तत्व

मात्रा प्रति 100 G

पानी 67.5 g
ऊर्जा 147 kcal
प्रोटीन 12.95 g
टोटल लिपिड (फैट) 6.8 g
कार्बोहाइड्रेट 11.05 g
फाइबर , टोटल  डाइटरी 4.2 g

मिनरल्स

कैल्शियम ,Ca 197 gm
आयरन ,Fe 3.55 mg
मैग्नीशियम , Mg  65 mg
फास्फोरस ,P 194 mg
पोटैशियम ,K 620 mg
सोडियम ,Na 15  mg
जिंक ,Zn 0.99 mg

विटामिन्स

विटामिन सी , टोटल एस्कॉर्बिक एसिड 29 mg
थाइमिन 0.435 mg
राइबोफ्लेविन 0. 175 mg
नियासिन 1.65 mg
विटामिन बी -6 0. 065 mg
फोलेट DFE 165 µg
विटामिन ए ,RAE 9 µg
विटमिन ए ,IU 180 IU

लिपिड

फैटी एसिड्स , टोटल सैचुरेटेड 0. 786 g
फैटी एसिड्स टोटल मोनोसैचुरेटेड 1.284 g
फैटी एसिड्स , टोटल पोलयूंसैचुरेटेड 3.2 g

आगे हम सोयाबीन के उपयोग की जानकारी दे रहे हैं।

सोयाबीन को खाने में उपयोग करने के कई तरीके होते हैं। यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  1. सोयाबीन की सब्जी: सोयाबीन को उबालकर इसे सब्जी के रूप में बनाया जा सकता है। इसमें धनिया, हल्दी, लाल मिर्च, जीरा, अदरक और नमक आदि डालकर बनाया जाता है।
  2. सोयाबीन की दाल: सोयाबीन को उबालकर उसमें मसाले डालकर दाल के रूप में बनाया जा सकता है।
  3. सोयाबीन का आचार: सोयाबीन को उबालकर इसमें नमक, लाल मिर्च, अजवाइन, हल्दी आदि मिलाकर अचार के रूप में बनाया जा सकता है।
  4. सोयाबीन के कबाब: सोयाबीन को मसालों के साथ पीसकर कबाब के रूप में बनाया जा सकता है।
  5. सोयाबीन का मिन्ट चटनी के साथ सलाद: सोयाबीन को टॉस्ट करके सलाद के साथ सर्व किया जा सकता है और उसके साथ मिन्ट चटनी भी परोसी जा सकती है।
  1. सोयाबीन के परांठे: सोयाबीन को पीसकर मसालों के साथ भरकर परांठे के रूप में बनाया जा सकता है।
  2. सोयाबीन की टिक्की: सोयाबीन को मसालों के साथ पीसकर टिक्की के रूप में बनाया जा सकता है।
  3. सोयाबीन का मूंगफली दिया हुआ चावल: सोयाबीन को उबालकर मसालों के साथ मिलाकर मूंगफली दिया हुआ चावल के साथ परोसा जा सकता है।
  4. सोयाबीन की चटपटी सब्जी: सोयाबीन को उबालकर इसमें नमक, लाल मिर्च, हल्दी आदि मिलाकर चटपटी सब्जी के रूप में बनाया जा सकता है।

आप इन सुझावों के साथ-साथ सोयाबीन को रोजाना अपने खाने में शामिल कर सकते हैं। सोयाबीन में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन-बी6, फोलिक एसिड, और फाइबर जैसे विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

हृदय के लिए सोयाबीन के फायदे:

  1. सोयाबीन में मौजूद फाइबर और फिटोस्टेरोल हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
  2. सोयाबीन में मौजूद ऑमेगा-3 फैटी एसिड हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
  3. सोयाबीन में मौजूद फोलेट, विटामिन-बी6, विटामिन-बी12, और मैग्नीशियम हृदय स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होते हैं।
  4. सोयाबीन में मौजूद आंटीऑक्सिडेंट्स जो हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।
  5. सोयाबीन में मौजूद इसोफ्लेवोनोइड्स जो हृदय संबंधी बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

इसलिए, सोयाबीन को रोजाना अपने आहार में शामिल करके आप अपने हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।

कोलेस्ट्रॉल में कंट्रोल:

  1. सोयाबीन में मौजूद फाइबर और प्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
  2. अलसी के बीज भी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
  3. तुलसी के पत्तों का सेवन भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
  4. मेथी के बीज और पत्ते कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
  5. अनाज और फलों का सेवन कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है।

इन आहार पदार्थों को रोजाना अपने आहार में शामिल करने से आप कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके अलावा, नियमित व्यायाम करना भी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद करता है।

खाने में सोयाबीन का उपयोग कैसे करें – How to Use Soya bean in Hindi

सोयाबीन ऐसा दलहन है, जिसे अनेक प्रकार से उपयोग किया जा सकता है । इस लेख में सोयाबीन खाने की विधि की जानकारी के साथ सोयाबीन कैसे बनता है, यह भी बताएंगे ।

  • सोयाबीन के बीजों की सब्जी बनाई जा सकती है।
  • लैक्टोज इनटॉलेरेंस यानी जिन लोगों को गाय का दूध डाइजेस्ट नहीं होता है, वे सोया मिल्क का उपयोग कर सकते हैं। सोया मिल्क में कम कैलोरी, कम फैट और अधिक प्रोटीन होता है।
  • सोयाबीन से बड़ी और सोया दूध से टोफू बनाया जाता है, जिसकी सब्जी बनाई जा सकती है।
  • सोयाबीन को सूप की तरह भी उपयोग किया जाता है।
  • सोयाबीन को अंकुरित करके भी खाया जा सकता है।
  • सोयाबीन से तेल निकालकर सब्जी बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • सोयाबीन का उपयोग क्रीम बनाने में भी किया जाता है।

सोयाबीन की सब्जी बनाने की विधि :

1. सोयाबीन-आलू करी

Soybeans-potato curry

सामग्री :

  • 50 ग्राम सोयाबीन बड़ी
  • 200 ग्राम आलू
  • 2 टमाटर
  • 2 प्याज
  • 1 चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच लाल मिर्च पाउडर
  • 2 चम्मच धनिया पाउडर
  • 1 चम्मच गरम मसाला
  • 2 हरी मिर्च
  • आधा चम्मच अदरक पेस्ट
  • थोड़े धनिया पत्ते
  • 2 कप पानी
  • तेल आवश्यकतानुसार
  • नमक स्वादानुसार

विधि :

  • कढ़ाई को गैस पर रखकर तेल गर्म करें।
  • फिर सोयाबीन बड़ी को भून कर निकाल लें।
  • फिर उसी तेल में प्याज व हरी मिर्च को डालकर सुनहरा होने तक भून लें।
  • प्याज भुनने के बाद उसमें आलू डाल दें।
  • उसके बाद टमाटर और स्वादानुसार नमक डालें।
  • टमाटर को गलने दें, फिर सोयाबीन को भी डाल दें।
  • साथ ही अदरक पेस्ट, हल्दी, धनिया, मिर्च और गरम मसाला पाउडर भी डालें।
  • थोड़ी देर सामान्य आंच पर पकने दें।
  • फिर उसमें पानी डालकर थोड़ी देर पानी को सूखने दें। ध्यान रहे कि करी पूरी तरह नहीं सूखनी चाहिए।
  • गैस बंद करने के बाद ऊपर से धनिया पत्ते बारीक काटकर डालें।
  • इस सोया-आलू करी को आप रोटी या चावल किसी के साथ भी खा सकते हैं।

अब जानिए सोयाबीन के नुकसान के बारे में।

सोयाबीन के नुकसान – Side Effects of Soybean in Hindi

सोयाबीन हो या कोई अन्य खाद्य पदार्थ आवश्यकता से अधिक मात्रा में सेवन करने पर आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।

  • सोयाबीन के उपयोग से एलर्जी की समस्या होना आम है।
  • सोयाबीन में फाइटोएस्ट्रोजेन पाए जाते हैं। इसका सेवन अधिक मात्रा में करने से पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता में कमी आ सकती है ।
  • सोयाबीन का सेवन ज्यादा मात्रा में करने से यौन क्षमता भी प्रभावित हो सकती है ।
  • सोयाबीन का सेवन अधिक मात्रा में करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है।

सोयाबीन खाने के फायदे अनेक हैं। इसलिए, इसका सही मात्रा में सेवन किया जाए, तो सोयाबीन के नुकसान से डरने की जरूरत नहीं है। सोयाबीन को अपने डायट चार्ट में शामिल कर, स्वाद के साथ-साथ इसके गुणों का भी लाभ उठाएं। नियमित रूप से और सीमित मात्रा में सोयाबीन खाने से आप स्वस्थ और तंदुरुस्त जीवन का आनंद ले सकते हैं। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी और रोचक जानकारी के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

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