Ceramic Engineering-सिरामिक इंजीनियर kya hoti hai

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Ceramic Engineering

सिरेमिक का अर्थ क्या है?

‘सिरेमिक’ ग्रीक शब्द से आया है जिसका अर्थ है ‘मिट्टी के बर्तन‘। मिट्टी पर आधारित घरेलू सामान, कला वस्तुएं और भवन निर्माण उत्पाद हम सभी से परिचित हैं, लेकिन मिट्टी के बर्तन सिरेमिक दुनिया का सिर्फ एक हिस्सा है।

किसी फाइव स्टार होटल के रिसेप्शन पर रखा डिजाइनर फ्लावर वास हो या नकाशी दार पॉट देखकर मुंह से निकला वाव हो या किसी के घर डिनर पर इनवाइटेड होकर उनके बर्तनों को देखकर आपका अमेजिंग रिएक्शन हो तो यह सिरेमिक से बनी चीजें हैं जो आई कैची अट्रैक्टिव वैल्युएबल और हाईली डेकोरेटिव होती है टी पॉट से लेकर के डाइनिंग सेट तक और डेकोरेटिव पीसे से लेकर के किचन में यूज होने वाले प्लेट्स तक सिरामिक्स का हर कहीं पर जलवा है पर क्या आप जानते हैं कि इसमें इंजीनियरिंग करके आप अपना करियर भी बना सकते हैं अगर नहीं तो पूरा वीडियो जरूर देखिएगा क्योंकि यह डेडिकेटेड है

सिरामिक इंजीनियर पर चलिए इसे एक्सप्लोर करते हैं

जिंदगी में सिरामिक का यूज तो जरूर किया होगा या किसी को सिरामिक की बनी चीजें गिफ्ट की होंगी तो कभी आपके मन में आया नहीं कि आखिर सिरामिक है क्या तो जवाब है सिरामिक दरअसल एक मटेरियल है जो ना ही मेटलिक है और ना ही ऑर्गेनिक यह क्रिस्टलाइन ग्लास या क्रिस्टलाइन और ग्लास दोनों होता है सिरामिक्स की चीजें आमतौर पर हार्ड और केमिकल नॉन रिएक्टिव होती हैं जो कि हीट देने पर बनती है या डेंसिफाइड होती हैं लोगों में कॉमन थॉट यह है कि सिरामिक्स को पोटरी और बर्तन बनाने के काम में लिया जाता है पर इनका यूज क्ले ब्रिक्स टाइल्स ग्लास और सीमेंट के काम में भी होता है सिरेमिक मटेरियल को इलेक्ट्रॉनिक्स में भी यूज किया जाता है क्योंकि इनकी कंपोजिशन पर डिपेंड करके या तो यह सेमीकंडक्टिंग होती है सुपरकंडक्टिंग फेरोइलेक्ट्रिक या इंसुलेटर भी होती हैं इसलिए बिजली के तारों को लंबी दूरी तक ले जाने के बीच में उन्हें वाइट कलर की सिरेमिक से बने इंसुलेटर से गुजारा जाता है इसके अलावा सिरेमिक को स्पार्क प्लग्स फाइबर ऑप्टिक्स आर्टिफिशियल जॉइंट्स स्पेस शटल टाइल्स कुक टॉप्स रेस कार ब्रेक्स माइक्रो पोजीशनसन कल सेंसर्स

सेल्फ लुब्रिकेटिंग बेयरिंग्स बॉडी आर्मरर आइस स्काइज बनाने के लिए भी यूज किया जाता है आई एम श्यर इतना कुछ आपको शायद ही पता था वैसे सिरामिक का वाइड रेंज यूज केस देखें तो हमें इनकी इन डेप्थ इंपॉर्टेंस समझ में आ जाएगी हम यहां पर सिरेमिक से बनी कुछ चीजें मेंशन कर रहे हैं जैसे फोन और इंटरनेट सहित सभी कम्युनिकेशंस नेटवर्क्स और सिक्योरिटी सिस्टम्स में यूज होने वाले फाइबर ऑप्टिक्स सेंसर्स और इमेजिन डिवाइसेज टच स्क्रीन सीपीयूज मैग्नेटिक मेमोरी डिवाइसेज लेजर एंड सोलर सेल्स जैसे इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स स्नोबोर्ड्स और स्काइज गल्फ क्लब्स और टेनिस रैकेट्स जैसे स्पोर्टिंग गुड्स बैटरीज एंड फ्यूल सेल्स और रोड्स एंड बिल्डिंग्स हर कहीं पर सिरामिक्स का अस्तित्व है अब आते हैं अपने कोर टॉपिक सिरामिक इंजीनियरिंग पे तो यह एक टेक्नोलॉजी है जहां सिरेमिक प्रोडक्ट्स की डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग की जाती है हाईली हीट रेजिस्टेंट होने के चलते सिरेमिक वाले मटेरियल ढेर सारे डिमांडिंग टास्क कर सकते हैं जो मेटल्स और पॉलीमर्स जैसे दूसरे मटेरियल नहीं कर सकते क्योंकि सिरेमिक आमतौर पर 1000 डिग्री सेल्सियस से 1600 डिग्री सेल्सियस या 1800 डिग्री फारेनहाइट से 3000 डिग्री फारेनहाइट तक का तापमान झेल सक सकता है सिरेमिक बनाने का जो प्रोसेस है वह माइलिन बैचिंग मिक्सिंग फॉर्मिंग ड्राइंग फायरिंग असेंबली इन सात तरीकों से होकर के गुजरता है माइलिन में लार्ज साइज मटेरियल को स्मॉल साइज में बनाया जाता है इसमें जॉ क्रशर रोलर क्रशर और कोन क्रशर्स को यूज किया जाता है बैचिंग के प्रोसेस में सिरेमिक बनाने की रेसिपी के हिसाब से ऑक्सीडर्म किया जाता है और उन्हें तैयार करके मिक्स और ड्राई किया जाता है मिक्सिंग के प्रोसेस में बैच बनाने के बाद ड्राई मिक्सिंग रिबन मिक्सर्स जो कि एक तरह का सीमेंट मिक्सर होता है मलेर मिक्सर्स और पग मिल्स का यूज किया जाता है मिक्सिंग के बाद फॉर्मिंग प्रोसेस में तैयार किए गए मिक्स्ड मटेरियल से अलग-अलग शेप्स तैयार किए जाते हैं जो टॉयलेट बोल से लेकर के स्पार्क प्लग इंसुलेटर्स तक जरूरत के हिसाब से कुछ भी हो सकते हैं ड्राइंग या सुखाने के प्रोसेस में पानी को हटाया जाता है इसके लिए स्प्रे ड्राइंग के साथ-साथ टनल ड्रायर्स और पीरियोडिक ड्रायर्स को भी यूज किया जाता है फायरिंग के जरिए सुखाई गई चीजों को एक कंट्रोल्ड हीटिंग प्र से गुजारा जाता है ताकि मजबूती और बॉन्डिंग बेजोड़ हो सके और सिरेमिक की चीजें बनाने का आखिरी प्रोसेस है असेंबली यहां प्रोडक्ट
को फाइनल टच दिया जाता है जैसे स्पार्क प्लग के मामले में इलेक्ट्रोड को इंसुलेटर में डाला जाता है हालांकि असेंबली वाला प्रोसेस सभी सिरेमिक प्रोडक्ट्स पर लागू नहीं होता है वैसे इंडिया में किसी अच्छी यूनिवर्सिटी या कॉलेज से इंजीनियरिंग करने का सबसे पॉपुलर क्राइटेरिया है जेईई क्वालीफाई करना सिरेमिक इंजीनियरिंग में बीटेक या बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग प्रोग्राम के लिए एक कैंडिडेट का फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथमेटिक्स में क्लास 12थ पास होना जरूरी है इसके बाद नेशनल या स्टेट लेवल इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करना होता है

जेईई मेन और जेईई एडवांस सबसे पॉपुलर एंट्रेंस एग्जाम है मेरिट या रैंक बेस करके आपको अच्छा कॉलेज मिलता है वैसे सिरेमिक इंजीनियरिंग के लिए आईआईटी बॉम्बे एनआईटी रुड़की आईआईटी बीएचयू अन्ना यूनिवर्सिटी और कलकाता यूनिवर्सिटी भी स्टूडेंट के बीच में पॉपुलर चॉइस होते हैं इनके अलावा गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड सिरेमिक टेक्नोलॉजी जी जीसीईसीटी कोलकाता से बीटेक इन सिरेमिक टेक्नोलॉजी एशियन इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी मणिपुर आला गप्पा कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी चेन्नई और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी बीकानेर से बीटेक इन सेरामिक इंजीनियरिंग कर सकते हैं
कॉलेज या यूनिवर्सिटी चूज करने से पहले आप अपनी सुविधा और लोकेशन वाइज रिसर्च जरूर कर लीजिएगा बीटेक सिरेमिक इंजीनियरिंग प्रोग्राम नॉर्मली 4 साल का डिग्री प्रोग्राम होता है जिसमें फाउंडेशन ऑफ इंजीनियरिंग ग्लास सीमेंट पोट्री वाइट वेयर्स रिफ्रैक्टरीज अब्र सिव और कोटिंग आदि चीजें सिखाई और पढ़ाई जाती हैं इसके अलावा बायो सेरेमिक्स इलेक्ट्रो सेरेमिक्स इंजीनियरिंग सेरेमिक्स कंपोजिट्स जैसे एरियाज ऑफ सिरेमिक एंड ग्लास टेक्नोलॉजी को भी कवर किया जाता है कॉलेज या यूनिवर्सिटी के हिसाब से कोर्स करिकुलम में अंतर हो सकता है वहीं अपनी बीटेक की पढ़ाई के बाद अगर आप मास्टर्स या एमटेक करने जाएंगे तो कैंडिडेट का मैकेनिकल प्रोडक्शन सिरेमिक मेटालर्जिकल ऑटोमोबाइल एरोनॉटिकल मरीन मैथमेटिक मैन्युफैक्चरिंग या इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग जैसे किसी भी एक विंग से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग या बीटेक पूरा होना चाहिए वो भी 55 से 60 पर मार्क्स के साथ जो कॉलेज टू कॉलेज कम या ज्यादा हो सकता है डिग्री के अलावा भी एक सिरेमिक इंजीनियर में और सिरेमिक इंजीनियरिंग एस्परेंस कैंडिडेट में कम्युनिकेशन के लिए वर्क रिलेटेड मटेरियल की अंडरस्टैंडिंग लिसनिंग और सवाल पूछने की काबिलियत राइटिंग एंड स्पीकिंग
एबिलिटीज प्रॉब्लम आइडेंटिफिकेशन इनोवेटिव आइडियाज अंडरस्टैंडिंग ऑफ मार्केट ट्रेंड्स पीपल एंड टीम मैनेजमेंट स्किल्स प्रोडक्ट डिजाइनिंग की समझ और क्रिएटिव विजुलाइजेशन की काबिलियत भी होनी चाहिए वहीं अगर सिरेमिक इंजीनियरिंग की एप्लीकेशंस की बात की जाए तो इसके लिए वाइड रेंज ऑफ इंडस्ट्रीज ओपन है जहां एक कैंडिडेट अपना करियर बना सकता है जैसे एरोस्मिथ एंड रनिंग एयरप्लेन इंजन और दूसरे कंपोनेंट्स को डैमेज होने से बचाया जा सके एयर फ्रेम्स जो हाई स्ट्रेस हाई टेंपरेचर लाइट वेट बेयरिंग और स्ट्रक्चरल कंपोनेंट होते हैं उन्हें बनाने के लिए भी सिरेमिक का इस्तेमाल होता है इसके अलावा मिसाइल नोज कोनस स्पेस शटल टाइल्स रॉकेट नोजल जो रॉकेट बूस्टर के एग्जॉस्ट का काम करता है इन्हें बनाने में भी सेरेमिक्स की इंपॉर्टेंस बहुत ज्यादा है बायोमेडिकल सेक्टर में भी आर्टिफिशियल बोन डेंटिस्ट्री एप्लीकेशंस टीथ बायोडिग्रेडेबल स्पंस ऑस्टियोपोरोसिस से उभर रहे पेशेंट की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए और इंप्लांट मटेरियल डेवलप करने के लिए भी सिरामिक यूज़ होता है अब जहां तक बात है इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्री की तो यहां पर कैपेसिटर्स इंटीग्रेटेड सर्किट पैकेजेस ट्रांसड्यूसर्स और इंसुलेटर्स बनाने में सिरामिक्स बहुता आयात में इस्तेमाल होता है वहीं ऑप्टिकल और फोटोनिक इंडस्ट्री में ऑप्टिकल फाइबर्स सुपर फास्ट डाटा ट्रांसमिशन के लिए ग्लास फाइबर स्विचेबल और लेंसेशन की डिग्री लेने के बाद यहां पर बताई गई इंडस्ट्रीज में आप रिसर्च डेवलपमेंट प्रोडक्शन क्वालिटी कंट्रोल सेल्स एंड मार्केटिंग जैसे एरियाज में काम ढूंढ सकते हैं रोल्स की बात की जाए तो सिरेमिक डिजाइनर पॉलीमर केमिस्ट सिरेमिक टेक्नोलॉजिस्ट कंस्ट्रक्शन मैनेजर प्रोडक्शन वर्कर सिरेमिक इंजीनियरिंग प्रोफेसर और सिरेमिक रिसर्च इंजीनियर की जॉब प्रोफाइल पर आपको जॉब ऑफर की जा सकती है

इसके अलावा भी मॉडर्न डे सिनेमिक इंजीनियर्स की डिमांड माइनिंग एंड मिनरल प्रोसेसिंग फार्मास्यूटिकल्स फूड एंड केमिकल ऑपरेशंस में भी है कंपनी रिव्यूज और सैलरी इंसाइट्स बताने वाली वेबसाइट एंबिशन बॉक्स के मुताबिक इंडिया में सिरेमिक इंजीनियरिंग कंप्लीट कर चुके कैंडिडेट की एवरेज एनुअल सैलरी लगभग 45 लाख होती है जो एक्सपीरियंस हायर एजुकेशन और स्किल्स के हिसाब से बढ़ती रहती है लेकिन बहुत से कैंडिडेट यह भूल जाते हैं कि कोई भी कंपनी जब आपको जॉब ऑफर देती है तो आपको मिलने वाली सैलरी इस बात पर भी निर्भर करती है कि आपने किस कॉलेज या यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई की है सिरामिक्स में आपका चूज किया गया फील्ड क्या था आप फ्रेशर हैं या एक्सपीरियंस्ड कैंडिडेट आपकी कम्युनिकेशन एंड टेक्निकल नॉलेज कंपनी की लोकेशन एंड पॉलिसीज कैसी है आप किस पोजीशन पे अप्लाई कर रहे हैं जॉब इंडिया में ढूंढ रहे हैं या विदेश में आपकी जिम्मेदारियां क्या होंगी और आपकी नेगोशिएशन स्किल कितनी अच्छी है वगैरह वगैरह माथन सिरेमिक हिंड वेयर सोमनी कोलर सिंपोलो डेकन मैकेनिकल एंड केमिकल इंडस्ट्रीज जैसी कंपनीज इंडिया में सिरेमिक इंजीनियर्स हायर करती हैं ग्लोबल सेरेमिक्स मार्केट साइज की बात करें तो यह 2022 में लगभग 240 बिलियन डॉलर की थी जो 2030 तक 5.2 कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट से ग्रो करेगी वहीं इंडिया की सिरेमिक टाइल्स मार्केट ने करंट ईयर में 6 बिलियन डॉलर से ज्यादा का रेवेन्यू जनरेट किया था और इसकी सीएजीआर ग्रोथ रेट रहेगी 8.49 ये डाटा बताते हैं कि नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर सिनेमिक इंडस्ट्रीज काफी अच्छा कर रही है तो यहां पर आप अपना करियर आराम से प्लान कर सकते हैं

सिरेमिक इंजीनियर का काम क्या होता है?

सिरेमिक इंजीनियर सिरेमिक सामग्री और उन्हें उच्च तापमान वाले रॉकेट नोजल से लेकर एलसीडी फ्लैट-पैनल डिस्प्ले के लिए ग्लास तक उपयोगी उत्पाद बनाने की प्रक्रियाएं विकसित करते हैं ।

सिरेमिक किस चीज से बनता है?

चीनी मिट्टी की चीज़ें आम तौर पर मिट्टी, मिट्टी के तत्वों, पाउडर और पानी के मिश्रण को लेकर और उन्हें वांछित आकार देकर बनाई जाती हैं। एक बार जब सिरेमिक को आकार दे दिया जाता है, तो इसे उच्च तापमान वाले ओवन में पकाया जाता है जिसे भट्टी के रूप में जाना जाता है। अक्सर, चीनी मिट्टी की चीज़ें सजावटी, जलरोधक, पेंट जैसे पदार्थों से ढकी होती हैं जिन्हें ग्लेज़ के रूप में जाना जाता है।

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